चंडीगढ़ - An Overview - The smart Trick of चंडीगढ़ That No One is Discussing - The best Side of चंडीगढ़

गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में चंडीगढ़ में कर्मचारियों पर केंद्र के सेवा नियम को लागू करने की घोषणा की थी.

इससे क्या फायदा होगा? इन सभी सवालों का जवाब दिया पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस ने आजतक से खास बातचीत में बताया. देखें ललित शर्मा की ये रिपोर्ट. भारत

द ट्रिब्यून-पंजाब के सबसे पुराने अखबारों में से एक।

इससे पहले पंजाबी यूनिवर्सिटी, हरियाणा की अलग विधानसभा का मुद्दा भी गरमा चुका है.

मगर, खालिस्तान का असली मतलब कोई नहीं जानता. हम गुलामी की भावना के तहत जीने के लिए मजबूर हैं. हमें कोई आजादी नहीं है. भारत

द टाईम्स ऑफ इंडिया, द इकानामिक टाईम्स, द बिजनेस टाईम्स

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[110] Insofar as modernism in architecture (which defined town organizing underneath the Nehru era of rule) signifies an Energetic radical crack from tradition as well as a colonial previous even the quite existence of Le Corbusier has become recognised as an indelible resistance for the British building legacy, as he provided the main non-British influence on structure thinking in India, enabling a generational shift within the up to date cohort of architects and planners to generally be hired from the state throughout the rest of the century who ended up initiated less than Modernist conditioning.[109]

है यह गार्डेन बेहद ही खूबसूरत है इसमे सुंदर फ़ौवारे भी लगाए गए है. हर वर्ष यहा पर गुलाव पर्व आयोजित किया जाता है. जिसमे काफी संख्या मे लोग भाग लेते है. 

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अरुण सूद ने शहर के अस्पतालों में कैंसर पीड़ितों के लिए उपलब्ध सुविधाओं की कमी की तरफ भी मंत्री का ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने बताया कि चंडीगढ़ में चंडीगढ़ के अलावा पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, राजस्थान, बिहार तक से मरीज आते हैं, जिससे पीजीआईएमईआर पर बोझ रहता है जबकि यहां उस अनुपात में सुविधाओं की कमी है। इसलिए इनमें बढ़ोतरी की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि नई कैंसर मरीजों के उपचार के लिए सुविधाओं काे बढ़ाया जाना चाहिए।

"सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र, पंजाब और चंडीगढ़ हरियाणा सरकारों को बार-बार बैठकर समाधान निकालने को कहा है. मुझे नहीं पता कि सुप्रीम कोर्ट ऐसा क्यों कह रहा है. लेकिन हम एक बार भी नहीं बैठे हैं.

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